राहुल गांधी पर दिए असम के सीएम के बयान को कांग्रेस ने बताया शर्मनाक, कहा- भाजपा के नैतिक पतन का उदाहरण
आज देहरादून में भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान असम के मुख्यमंत्री डॉ हेमंत विश्व शर्मा के वक्तव्य पर उत्तराखंड कांग्रेस की गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसौनी ने कड़ी आपत्ति जताई है और कड़ी शब्दों में निंदा की है । गरिमा मेहरा दसोनी ने कहा की भाजपा के नेता और असम के मुख्यमंत्री ने अपने पद की गरिमा को अपने वक्तव्य से तार-तार कर दिया। दसोनी ने कहा हेमंत का बयान भाजपा के नैतिक पतन का उदाहरण है ।
दसोनी ने कहा के हेमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जिस तरह के निचले स्तर के तंज कसे हैं वह गरिमाविहीन है
दसोनी ने कहा राजनीति तो सभी दल करते हैं लेकिन राजनीति में शुचिता रहनी चाहिए, लेकिन हेमंत विश्वकर्मा ने जिस तरह से कांग्रेस और राहुल गांधी के अंदर जिन्ना की आत्मा बसने की बात कही है ऐसे में गोडसे और सावरकर के समर्थक और अनुयाई क्या जाने कांग्रेस और राहुल गांधी के परिवार की इस देश के प्रति योगदान और बलिदान को।
दसोनी ने कहा कि आज भी पूरे देश के दिल में इंदिरा जी की छाप है।दसोनी ने कहा की हेमंत विश्व शर्मा स्वयं बताएं कि क्या वे अपने जन्म का प्रमाण दे चुके हैं जो दूसरों से उनके जन्म का प्रमाण मांगते फिर रहे हैं। दसोनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव आते-आते फिजाओं में कड़वाहट और तल्खी लाने का काम करती है। जब विकास रोजगार महंगाई भ्रष्टाचार महिला सुरक्षा किसान दुर्दशा जैसे मुद्दों पर भाजपा निरुत्तर होने लगती है तो हर राज्य में सिर्फ और सिर्फ धर्म की आड़ लेने का काम करती है।
दसौनी ने कहा कि अच्छा होता यदि हेमंत विश्वकर्मा उत्तराखंड में भाजपा सरकार के द्वारा किए गए 5 सालों के कामों पर रोशनी डालने का काम करते। परंतु जिस तरह के समाज को बांटने वाले बयान भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक कर रहे हैं उससे निश्चित तौर पर कांग्रेस को ही फायदा हो रहा है । भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों के इस तरह के बयान उत्तराखंड में कांग्रेस को ही फायदा पहुंचाएंगे यह बात निश्चित है
दसोनी ने कहा कि बाकी की रही सही कसर उत्तराखंड भाजपा के नेता पूरी कर दे रहे हैं जिनके अश्लील ऑडियो वायरल हो रहे हैं।
दसोनी ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा और भर्त्सना करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के गिरते हुए स्तर की पराकाष्ठा है।