उत्तराखंड: निर्देश न मानने पर 13 स्कूलों को नोटिस, संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की तैयारी
देहरादून: राजधानी दून में डेंगू का डंक लगातार बढ़ता जा रहा है। देहरादून जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है। वहीं डेंगू से बचाव के लिए स्कूलों को गाइडलाइन जारी की गई है, लेकिन इनका पालन न करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने 13 स्कूलों को नोटिस जारी किए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन सभी स्कूलों पर कार्रवाई की तैयारी है।
दरअसल, बरसात में डेंगू (Dengue), मलेरिया, चिकनगुनिया आदि गंभीर बीमारियों को लेकर स्कूलों को गाइडलाइन जारी की गई है। जिनका पालन न करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) डा. मुकुल कुमार सती ने जिले के 13 नामी निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजे हैं। इन स्कूलों में छात्र-छात्राएं पूरी आस्तीन की ड्रेस व जुराबें पहनकर स्कूल नहीं आ रहे हैं। जिससे डेंगू-मलेरिया जैसे वेक्टर जनित रोग फैलने की संभावना बढ़ रही है। इसके अलावा सफाई व अन्य चीजों का भी पालन नहीं किया जा रहा है। इसके चलते कई स्कूलों में छात्र बीमार भी हो रहे हैं।
इन स्कूलों द्वारा निर्देश ना मानने पर स्कूल प्रबंधन से आठ बिंदुओं पर जवाब तलब किया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि, संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर शासन की ओर से जारी अनापत्ति पत्र की शर्तों व निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधान के तहत आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
देहरादून में इन स्कूलों को नोटिस जारी
- श्री गोवर्द्धन सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सुमननगर धर्मपुर
- द हेरिटेज स्कूल
- ब्राइटलैंड स्कूल
- वेल्हम गर्ल्स और वेल्हम ब्वॉयज डालनवाला
- द्रोणाज इंटरनेशल स्कूल म्यूनिसिपल रोड डालनवाला
- प्रधानाचार्य/प्रबंधक दून इंटरनेशनल स्कूल डालनवाला
- ब्रुकलिन स्कूल कर्जन रोड डालनवाला
- कारमन डे एंड रेजिडेंशियल स्कूल कर्जन रोड डालनवाला
- द दून गर्ल्स स्कूल डालनवाला
- द इंडियन कैंब्रिज स्कूल चंदर रोड डालनवाला
- ऑक्सफोर्ड स्कूल ऑफ एक्सीलेंस म्यूनिसिपल रोड डालनवाला
- समर वैली स्कूल तेग बहादुर रोड
- सेंट जोजफ एकेडमी
स्कूलों को यह दिशानिर्देश जारी
- सभी छात्र-छात्राओं को फुल बाजू की पैंट, शर्ट और जुराबें नियमित पहनकर स्कूल आना होगा।
- स्कूल के चारों तरफ सफाई रखनी होगी। छात्रों को डेंगू के बारे में जागरूक करना होगा।
- स्कूल परिसर की क्यारियों व गमलों में वर्षा का पानी जमा नहीं होना चाहिए।
- स्कूल परिसर में लगे कूलर का पानी नियमित बदलना होगा। स्कूल में लगे पानी की टंकी को ढककर रखना होगा।
- सभी कक्ष और कक्षाओं के दरवाजों पर जाली लगी होनी चाहिए।
- स्कूलों में डेंगू के बचाव को लेकर पोस्टर, निबंध व लघु नाटक आदि प्रतियोगिताएं आयोजित करनी होगी।
- प्रतिदिन प्रार्थना सभा में जलजनित बीमारियों के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाए।