उत्तराखंड: इस अवकाश की बदली तारीख, अब इस दिन रहेगी छुट्टी..
Anusuya mela 2022: अनुसूया मेला को लेकर 07 दिसम्बर को अवकाश रहेगा। प्रभारी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, अनुसूया मेला 06 व 07 दिसम्बर को होना है, इसलिए पूर्व घोषित अवकाश 08 दिसम्बर के स्थान पर अब 07 दिसम्बर को अनुसूया मेला अवकाश रहेगा।
गौरतलब है कि, प्रत्येक वर्ष दत्तात्रेय जयंती पर चमोली जिले में मंडल घाटी के अनुसूया देवी मंदिर में विशेष मेले का आयोजन होता है। इस मेले में निसंतान दंपती पहुंचकर पुत्र कामना के लिए तप करते हैं। अनसूया मेले के अवसर पर मंदिर में हजारों श्रद्धालु ही नहीं अपितु आसपास के गांवों से अलग-अलग आराध्य देवियों की डोलियां भी पहुंचती हैं। चमोली जनपद में 07 दिसम्बर 2022 को अनुसूया मेला अवकाश रहेगा।
Anusuya mata mandir Uttarakhand: अनुसूया माता मंदिर की जानिए मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर में जप और यज्ञ करने वालों को संतान की प्राप्ति होती है। इसी स्थान पर माता अनसूया ने अपने तप के बल पर ‘त्रिदेव’ (ब्रह्मा, विष्णु और शंकर) को शिशु रूप में परिवर्तित कर पालने में खेलने पर मजबूर कर दिया था। बाद में काफी तपस्या के बाद त्रिदेवों को पुन: उनका रूप प्रदान किया और फिर यहीं तीन मुख वाले दत्तात्रेय का जन्म हुआ। इसी के बाद से यहां संतान की कामना को लेकर लोग आते हैं। यहां ‘दत्तात्रेय मंदिर’ की स्थापना भी की गई है। बताया जाता है कि, ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मां अनुसूया के सतीत्व की परीक्षा लेनी चाही थी, तब उन्होंने तीनों को शिशु बना दिया। यही त्रिरूप दत्तात्रेय भगवान बने। उनकी जयंती पर यहां मेला और पूजा अर्चना होती है।
अनसूया मेले की व्यवस्थाओं को लेकर इससे पहले संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक सैनी ने मंदिर समिति के सदस्यों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। अनसूया मेला इस वर्ष 06 व 07 दिसंबर को आयोजित होगा। बैठक में मंदिर समिति के सदस्यों एवं सभी पक्षों के सुझाव व सहमति के आधार पर निर्णय लिया गया कि सभी डोलियां 5 बजे तक मंदिर प्रांगण में पहुंच जाएं। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अधिकारियों को सभी समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी से सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील की।
बैठक में अनसूया मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह राणा, सचिव दिगम्बर सिंह, मंदिर के पुजारी प्रदीप सेमवाल सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।