Thursday, November 20, 2025
उत्तराखण्ड

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को होंगे बंद, प्रक्रिया हुई शुरू..

  • श्री बदरीनाथ धाम यात्रा 2025
  • श्री बदरीनाथ धाम में कपाट बंद की प्रक्रिया के तहत पंच पूजाएं कल शुक्रवार से शुरू होंगी
  • 25 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
  • कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित बीकेटीसी पदाधिकारी सदस्य मौजूद रहेंगे।

श्री बदरीनाथ/ ज्योर्तिमठ : विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी मंगलवार 25 नवंबर को अपराह्न 2 बजकर 56 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे । कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत कल शुक्रवार 21नवंबर से पंच पूजाएं शुरू होंगी।

श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने जानकारी दी कि कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंचपूजाओं के पहले दिन 21 नवंबर को भगवान गणेश की पूजा होगी।शाम को इसी दिन भगवान गणेश के कपाट बंद होंगे दूसरे दिन 22 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर तथा शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे। तीसरे दिन 23 नवंबर को खडग – पुस्तक पूजन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।चौथे दिन 24 नवंबर मां लक्ष्मी जी को कढाई भोग चढाया जायेगा 25 नवंबर को अपराह्न 2 बजकर 56 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।

26 नवंबर प्रातः को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी सहित रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ को प्रस्थान करेंगे।
श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी शीतकाल में गद्दीस्थल पांडुकेश्वर में प्रवास करेंगे जबकि आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी 27 नवंबर को श्री नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ पहुंचेगी।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के अवसर पर मंदिर को फूलों से सजाया जायेगा बताया कि कपाट बंद के समय बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, उपाध्यक्ष विजय कप्रवान, रावल अमरनाथ नंबूदरी, मुख्य कार्याधिकारी / कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, प्रभारी धर्माधिकारी स्वयंबर सेमवाल हकहकूकधारी एवं तीर्थ पुरोहित एवं श्रद्धालुजन मौजूद रहेंगे।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!