उत्तराखंड: करन माहरा के साथ आए 15 विधायक, ये 4 भी जल्द होंगे साथ
देहरादून: कांग्रेस में फूट औ नाराजगी खबरें अब धीरे-धीरे हवाई साबित होने लगी हैं। कांग्रेस के 19 में से 15 विधायक खुलतौर पर करन माहरा के साथ हो गए हैं। केवल चार ही विधायक ऐसे हैं, जो उनसे फिलहाल दूरी बनाए हैं। इनको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि सभी कांग्रेस के साथी ही हैं, किसी तरह की कोई नाराजगी भी नहीं है।
विक्रम सिंह नेगी, मदन सिंह बिष्ट, मयूख महर और हरीश धामी ही अब ऐसे विधायक हैं, जो अब तक नाराज बताए जा रहे हैं। हरीश धामी पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वो अलगा चुनाव कांग्रेस से नहीं लड़ेंगे। ऐसे में अब तीन ही विधायक हैं, जिनकी नाराजगी कभी खुलकर सामने नहीं आई है। लेकिन, उनको नाराज बताया जा रहा है।
वहीं, कांग्रेस के कार्यक्रमों में नजर नहीं आने वाले विधायकों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि कोई नाराज नहीं है। जो विधायक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं, वो सभी अपने जरूरी कामों से नहीं आ पाए हैं। मीडिया में लगातार भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। कांग्रेस की गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने बताया कि मीडिया में सत्ता पक्ष के विपक्ष के विधायकों की गैरमौजूदगी की भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं।
दसोनी ने कहा कि यह बात सच है के प्रदेश अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में और नेता प्रतिपक्ष के कार्यभार ग्रहण के अवसर पर कांग्रेस के आधे विधायक गण नहीं उपस्थित हो पाए, लेकिन हर एक विधायक की अनुपस्थिति के पीछे वाजिब कारण हैं। दसोनी ने बताया की बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी और किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ जी स्वास्थ्य ठीक ना होने के कारण दोनों ही अवसरों पर अनुपस्थित रहे। चकराता विधायक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के क्षेत्र में बड़ी दुर्घटना हुई है, जिसमें एक ही परिवार के 4 लोगों की क्षति हुई है इसी वजह से प्रीतम सिंह भी दोनों ही अवसर पर नहीं पहुंच पाए।
नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा प्रदेश से बाहर होने की वजह से प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत समारोह में नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के पदभार ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे। गरिमा ने यह भी बताया की भगवानपुर विधायक ममता राकेश और पिरान कलियर से विधायक फुरकान अहमद के क्षेत्र में चल रहे धार्मिक उन्माद की घटनाओं के कारण प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत समारोह में नहीं पहुंच सके जिसका उन्होंने खेद जताया परंतु दोनों ही विधायक आज विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष के कार्यभार ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे।
लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने पत्र लिखकर प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से निजी कारणवश उपस्थित ना होने की वजह से खेद जताया है। गरिमा ने कहा कि आज सत्तापक्ष को इस बात की चिंता नहीं है कि उनकी कैबिनेट बैठकों में मंत्री और अधिकारी अनुउपस्थित हो रहे हैं लेकिन उनका पूरा ध्यान इस तरफ केंद्रित है कि विपक्ष के आयोजनों में कौन आ रहा है कौन नहीं।