उत्तराखंड कैबिनेट फैसले के बाद संविदा नौकरी प्रक्रिया में ये बदलाव.. ज्यादा मौकों व पारदर्शिता के साथ मिलेंगे ये लाभ..
Jobs in uttarakhand 2022: उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों में संविदा पर नौकरी के लिए बड़ा बदलाव किया जा रहा है। इसके तहत ऑनलाइन नियुक्ति प्रक्रिया की तैयारी की जा रही है, जिससे युवाओं को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। साथ ही नौकरी के अधिक मौके मिलेंगे और उपनल की तरह पूर्व सैनिक व उनके आश्रित होने की अनिवार्य शर्त की भी जरूरत नहीं रहेगी।
Samvida Jobs In Uttarakhand 2022: सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी की वेबसाइट पर करना होगा पंजीकरण
उत्तराखंड कैबिनेट बैठक में पिछले दिनों सेवायोजन विभाग को आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाने का निर्णय लिया गया था। जिसके बाद अब सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी के लिए एनआईसी की मदद से वेबसाइट तैयार की जा रही है। ऐसे में अब संविदा पर नौकरी के लिए बेरोजगारों को सेवायोजन की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। उन्हें शैक्षिक योग्यता, पते आदि की जानकारी देने के साथ संबंधित दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे।
Jobs in Uttarakhand: नौकरी की पूरी प्रक्रिया होगी ऑनलाइन
वेबसाइट पर पंजीकरण में दिया गया यह पूरा डाटा सेवायोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी के पास सुरक्षित रहेगा। इसके बाद कोई भी विभाग जब सेवायोजन को रिक्त पदों की संख्या भेजेगा तो उस शैक्षिक योग्यता वाले लोगों के नामों की लिस्ट तैयार हो जाएगी। यह सूची विभाग को जाएगी और चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। रिक्त पदों की सूचना जारी होते ही जरूरी औपचारिकताओं के बाद अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और युवाओं को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। कौशल विकास एवं सेवायोजन सचिव विजय यादव के अनुसार, जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।
UPNL – PRD Recruitment 2022: उपनल और पीआरडी के माध्यम से हो रही संविदा भर्तियां
बता दें कि, राज्य में अभी उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (UPNL) और प्रांतीय रक्षक दल (PRD) के माध्यम से सरकारी विभागों में संविदा पर भर्तियां होती हैं। विभाग अपनी जरूरत के हिसाब से दोनों एजेंसियों को पत्र भेजते हैं। दोनो एजेंसियां युवाओं का चयन कर उनके नाम का पत्र संबंधित विभाग को भेज देती हैं। इस प्रक्रिया में बेरोजगारों को विभागों, उपनल और पीआरडी के दफ्तरों के बीच चक्कर काटने पड़ते हैं। वहीं उपनल के जरिये सिर्फ पूर्व सैनिक व उनके आश्रितों की ही भर्ती हो सकती है। जबकि, पीआरडी के जरिये भी कुछ ही पदों पर भर्ती होती है। ऐसे में एक ऐसी आउटसोर्सिंग एजेंसी की जरूरत महसूस की जा रही थी, जो सभी पदों पर भर्ती की जिम्मेदारी संभाल सके।