उत्तराखंड: भर्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कांग्रेस ने किया सचिवालय कूच, सीबीआई जांच की मांग
देहरादून: उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को सचिवालय कूच किया। इस दौरान कांग्रेस जनों ने सरकार पर आयोग की भर्तियों, पुलिस विभाग की भर्तियों और सहकारिता विभाग में हुई भर्तियों समेत विभिन्न सरकारी विभागों की नियुक्तियों में भ्रष्टाचार और अनियमितता का आरोप लगाया है। सचिवालय कूच के दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत विधायक प्रीतम सिंह मौजूद रहे।
गौर हो कि, कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार पर सरकारी भर्तियों में धांधली के लेकर आरोप लगाए थे। जिसके बाद आज कांग्रेसी नेताओ ने सचिवालय कूच करते हुए जमकर नारेबाजी की। हालांकि, पुलिस ने कांग्रेसियों को सचिवालय से पहले सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इससे गुस्साए कांग्रेसी बैरिकेडिंग के ऊपर चले गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने आरोप लगाए कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के माध्यम से जो भर्तियों हो रही है उनमें भाई- भतीजावाद और घोर अनियमितता बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि, अधीनस्थ चयन आयोग में भ्रष्टाचार के तमाम मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन बीजेपी सरकार हाथ पर हाथ धरे हुई बैठी है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर आरोप लगाए कि करीब दस हजार पद विभिन्न विभागों में रिक्त हैं। सरकार ने जिन रिक्तियों की परीक्षा आयोजित की उनके परिणाम घोषित नहीं किए और जिन परीक्षा के परिणाम जारी किए गए उनमें चहतों को मौका मिला है। उन्होंने कहा कि, राज्य में सभी विभागों में हो रही भर्तियों में सरकार अपने चेहतों को रेवड़ियां बांटने का काम कर रही है। इससे आम युवा खुद को ठगा महसूस कर रहा है। उन्होंने इन भर्तियों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि, भाजपा शासनकाल में बड़े पैमाने पर भर्तियों में घोटाले किए जा रहे हैं। पढ़ने लिखने वाले युवा भर्तियों से वंचित हो रहे हैं। आम लोगों के साथ अन्याय हो रहा है, सरकार भर्तियों में केवल अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि, अगर सरकार अब भी नहीं जागी तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।