बस हादसा: दो ट्रकों में भरकर जौलीग्रांट लाए गए शव, सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे
देहरादून: मध्य प्रदेश के पन्ना से चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की बस यमुनोत्री हाईवे पर डामटा के पास रिखाऊं खड्ड से पहले हादसे का शिकार हो गए थी। इस हादसे में 26 तीर्थ यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। 4 घायलों को गंभीर हालत में मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों के शव दो ट्रक में जौलीग्रां हिमालयन अस्पताल लाए गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हिमालयन अस्पताल पहुंच गए हैं। अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
दुर्घटनाग्रस्त हुई बस हल्द्वानी की थी। बस का नंबर यूके 04 पी ए 1541 कुमाऊं मोटर्स ओनर्स यूनियन से संबंधित थी। बताया जा रहा है कि चारधाम यात्रा के लिए बस का पंजीकरण ऋषिकेश से हुआ था, बस में हरिद्वार से यात्री उठाए थे। लेकिन यहां पर आधिकारिक रूप से किसी को भी इसकी जानकारी नहीं दी थी।
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के 69 तीर्थयात्री रविवार सुबह दस बजे हरिद्वार से दो बसों के जरिये चारधाम यात्रा के लिए निकले थे। एक बस में 41 तीर्थयात्री और दूसरी में 28 तीर्थयात्री सवार हुए। 28 तीर्थयात्रियों वाली बस डामटा में पास दुर्घटनाग्रस्त हुई। मैक्स अस्पताल के यूनिट हेड डाक्टर संदीप तंवर के अनुसार सभी घायल मरीजों की पसलियों में चोट है।विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार दे रही है।
डामटा में हुए बस हादसे में घायल चार लोग मैक्स अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक अस्पताल में चालक हीरा सिंह 45,महिला हक्की राजा 60, उदय सिंह 63, महिला राजकुंवर 60 भर्ती हैं।
महिला हक्की राजा की हालत गम्भीर है। उनके फेफड़ों में गम्भीर चोट लगी है। विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। बताया कि घायलों की देखरेख में पूरी मेडिकल टीम जुटी हुई है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हादसे में मृत हुए मध्य प्रदेश के यात्रियों को खजुराहो एयरलिफ्ट किया जाएगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है।
घटना स्थल पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ के साथ हूं। हम दोनों कल रविवार शाम सात बजे से ही संपर्क में थे। जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री धामी के निर्देशन में राहत एवं बचाव कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिए थे।