राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस पर पी.सी. महालोनिबिस के योगदान को किया गया याद
चमोली: राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (National Statistics Day) पर आर्थिक योजना एवं सांख्यिकीय विकास के क्षेत्र में प्रो0 पी.सी. महालोनिबिस (P.C. Mahalonibis) द्वारा किए गए कार्यो एवं उल्लेखनीय योगदान को याद कर उनके चित्र पर माल्यापर्ण किया गया।
विदित है कि प्रतिवर्ष 29 जून को प्रो0 पीसी महालोनिबिस (Late Professor Prasanta Chandra Mahalanobis) का जन्मदिन राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (National Statistics Day) के तौर पर मनाया जाता है। महालोनिबिस का सबसे बडा योगदान उनके द्वारा शुरू किया गया सैंपल सर्वे की संकल्पना (Concept Of Sample Survey) है। इसके आधार पर ही आज के युग में बडी-बडी नीतिया एवं योजनाऐं बनाई जाती है। जबकि, 20 अक्टूबर को ‘विश्व सांख्यिकी दिवस’ (World Statistics Day) मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 2010 में हुई थी। इसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग द्वारा की गयी थी। इसे पांच वर्ष में एक बार मनाया जाता है।
इस वर्ष ‘‘सत्त विकास लक्ष्य के लिए आंकडे’’ (Statistics for the Sustainable Development Goals) की थीम के साथ राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (Statistics Day) मनाया गया। जिला अर्थ एवं संख्या कार्यालय में इस अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सतत् विकास लक्ष्यों पर गहनता से विचार विमर्श किया गया।
इस दौरान सामाजिक आर्थिक नियोजन और नीति निर्माण एवं प्रसिद्व संख्याविद पीसी महालोनिबिस के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सांख्यिकीय क्षेत्र में उनके विशेष योगदान को याद किया गया।
इस अवसर पर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी वीसी जोशी, अपर सांख्यिकीय अधिकारी अतुल आनंद, धीरज गुप्ता, मानसिंह कुंवर सहित अर्थ एवं संख्या कार्यालय के सभी कार्मिक मौजूद थे।