स्पीकर ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सीएम धामी को पत्र लिखकर की बड़ी मांग, राज्यपाल से भी की मुलाकात
देहरादून: अंकिता हत्याकांड के बाद स्पीकर ऋतु खंडूरी ने सीएम धामी को पत्र लिखकर राजस्व पुलिस व्यवस्था समाप्त करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि, गंगा भोगपुर में यदि रेगुलर पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से प्रदेश की बेटी अंकिता आज हमारे बीच होती।
स्पीकर ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सीएम धामी को पत्र लिखकर की बड़ी मांग, कहा – रेगुलर पुलिस होती, तो जिंदा होती अंकिता pic.twitter.com/zo02m32Ukk
— BharatJan भारतजन (@bharat_jan) September 24, 2022
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने कहा कि, प्रदेश में जहाँ-कहीं भी राजस्व पुलिस की व्यवस्था चली आ रही है, उन्हें तत्काल समाप्त कर सामान्य पुलिस बल के थाने व चौकी स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शीघ्र इस विषय पर आदेश जारी करने का आग्रह किया, जिससे भविष्य में इस प्रकार की अप्रिय घटना दुबारा घटित न हो।
उन्होंने कहा कि, प्रदेश में आज भी कई क्षेत्रों में राजस्व पुलिस व्यवस्था जारी है। आज के आधुनिक युग में जहाँ सामान्य पुलिस विभाग में पूरे देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में पीड़ित जीरो एफआईआर दर्ज कराकर अपनी शिकायत पंजीकृत करा सकता है। वहीं ऋषिकेश शहर से मात्र 15 किमी. की दूरी पर राजस्व पुलिस, जिसके पास पुलिस के आधुनिक हथियार और जॉच हेतु किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं है, वे जांच कर रहे है। यह जानकर अत्यन्त ही पीड़ा होती है।
ऋतु खंडूरी ने कहा कि, गंगा भोगपुर में यदि सामान्य पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से प्रदेश की बेटी अंकिता आज हमारे बीच होती और आम जनता में सरकारी कार्यप्रणाली के प्रति इतना रोष व्याप्त नहीं होता।
वहीं विधानसभा में तदर्थ नियुक्तियों को निरस्त करने के ऐतिहासिक फैसले के बाद स्पीकर ऋतु खंडूरी ने आज राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट के दौरान उन्होंने राज्यपाल को विधानसभा में नियम विरुद्ध तदर्थ नियुक्तियों पर प्राप्त जांच रिपोर्ट और उस पर लिये गए निर्णयों से अवगत कराया। वहीं राज्यपाल ने भी निर्धारित समय के पूर्व जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर विशेषज्ञ समिति के प्रयासों को सराहा और विधानसभा द्वारा लिए गए निर्णयों पर संतोष व्यक्त किया। साथ ही विधानसभा की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया।