उत्तराखंड: कमजोर नजर वाले हाथों में जिंदगी का स्टेयरिंग, जांच में खुलासा
हल्द्वानी: ऐसी अनदेखी, किसी की जान पर भारी पड़ सकती है। एक-दो नहीं, बल्कि एक बार में कई लोगों की जान पर खतरा मंडराता रहता है। यह खतरा कहीं और नहीं। उन रोडवेज बसों में है, जिनमें आप सफर करते हैं। बसों को चलाने वाले कई ड्राइवर फिट नहीं हैं। बस चालने के लिए सबसे जरूरी होता है कि चालक की नजरें एकदम सही हों। उनको साफ-साफ दिखाई दे। लेकिन, जांच में जो खुलासा हुआ है। वह चौंकाने वाला है।
जिन रोडवेज ड्राइवर के हाथ में कई लोगोंा की जिंदगी की स्टेरिंग है, उनकी आंखें कमजोर हैं और वही बसों को पहाड़ से मैदान तक दौड़ा रहे हैं। इस खुलासा काठगोदाम डिपो में लगे आखों के जांच शिविर में हुआ। जांच के दौरान 20 रोडवेज ड्राइवर की आंखों में कमी पाई गई।
जांच के दौरान जिन 20 ड्राइवर और परिचालक की आंख में कमी पाई गई, उनमें से 10 ऐसे भी कर्मचारी थे, जो दूर की चीज को सही ढंग से नहीं देख पा रहे थे। इसके अलावा कुछ की आंख में मोतियां बिंद पाया गया। डॉक्टरों ने ऐसे ड्राइवर, कंडक्टर और अन्य कर्मचारियों को इलाज की सलाह दी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विभागीय अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। हालांकि, कुछ अधिकारियों का कहना है कि जिनकी आंखें में कमी पाई गई है, उनका इलाज कराया जाएगा। लेकिन, जिस तरह जांच में आंखों में कमियां पाई गई हैं। ऐसे में उन ड्राइवरों से बसों का संचालन कराना किसी खतरे से खाली नहीं है।