उत्तराखण्ड

सीआईएमएस नर्सिंग कॉलेज में नर्सिंग क्वालिटेटिव रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ

देहरादून। नर्सिंग शिक्षक एसोशिएसन ऑफ इंडिया दिल्ली एनसीआर शाखा व सीआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग कुंआवाला देहरादून द्वारा संयुक्त रूप से बियॉन्ड बॉर्डर एक्सप्लोरिंग क्वालिटीटेटिव रिसर्च मेथोडोलॉजी इन रियलिटी विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तराखण्ड में एसोशिएसन का यह पहला राष्ट्रीय सम्मेलन है। सम्मेलन में हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम. एल. बी. भट्ट मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे तथा चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के निदेशक डा० आशुतोष सायना अति विशिष्ट अतिथि एवं एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. विजय जुयाल, उत्तराखण्ड नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार मनीषा ध्यानी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने संस्थान में सभी अतिथियों का स्वागत किया और नर्सिंग शिक्षक एसोशिएसन को सम्मेलन के आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. भट्ट ने दो दिवसीय सम्मेलन के आयोजन के लिए नर्सिंग शिक्षक एसोशिएसन व सीआईएमएस कॉलेज को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सम्मेलन में नर्सिंग के पेशे में गुणात्मक अनुसंधान पर चर्चा हो रही है। किसी भी विधा के विकास के लिए शोध एवं रिसर्च का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग पेशे से जुड़े लोगों में गुणात्मक सुधार के लिए इस तरह के सम्मेलन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

वहीं चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के निदेशक एवं दून मेजिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सीआईएमएस कॉलेज में इस तरह के सम्मेलन का आयोजन होना उत्तराखण्ड के सौभाग्य की बात है। इन दो दिनों के मंथन में उत्तराखण्ड नर्सिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार होंगे।

नर्सिंग शिक्षक एसोशिएसन ऑफ इंडिया दिल्ली एनसीआर शाखा की अध्यक्ष प्रो.डॉ पिटी कॉल ने कहा कि एसोशिएसन का उत्तराखण्ड में यह पहला राष्ट्रीय सम्मेलन है, आज यह राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय हो चुका है, क्योंकि सम्मेलन में विदेशों से भी कई वक्ता वर्चुअल रूप में शामिल हो रहे हैं। प्रो. कॉल ने बताया कि एसोशिएसन की स्थापना 2019 में हुई और आज इसके सदस्यों की संख्या 500 से अधिक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि एसोशिएसन का अभी यह प्रारम्भिक दौर है, इस तरह के सम्मेलन व सेमिनार के माध्यम से हमारा उद्देश्य नर्सिंग पेशे से जुड़े लोगों को नई शिक्षा पद्धति के साथ जोड़ते हुए अपडेट करना है।
सम्मेलन में कई वक्ताओं ने अपने विषय पर प्रस्तुति दी जिसमें डॉ. सुखपाल कौर,डॉ. एम.वी.स्मिथा, प्रो. एन दास, डॉ. सुरेश कुमार रे, डॉ. रिम्पल शर्मा, डॉ. बिजय पढी, डॉ. रीता देवी, प्रो.धीरज पाराशर, डॉ. लक्ष्मी, रूपा रावत, डॉ. मुनीरा कचरू, प्रो. एचसीएल रावत इत्यादि द्वारा संक्षिप चर्चा की औऱ अपने अनुभवों को साझा किया।

कार्यक्रम में नर्सिंग शिक्षक एसोशिएसन ऑफ इंडिया दिल्ली एनसीआर के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मनीष कुमार, सीआईएमएस कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. सुमन वशिष्ठ, उप प्रधानाचार्य रबीन्द्र कुमार झा, असिस्टेंट प्रोफेसर रंजीत कुमार झा, दीपिका विश्वास, रश्मि व्यास, दीक्षा रावत, शिवानी नौटियाल, नेहा पंवार, दीप्ति, रूपाली बिष्ट, सोनी रावत, शिप्रा, कंचन रावत, खुशबू बहुगुणा, पूजा, कार्यक्रम संचालक शिवानी बिष्ट सहित विभिन्न राज्यों के 300 से अधिक नर्सिंग छात्र-छात्राएं व सीआईएमएस कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संस्थान के विद्यार्थियों ने अतिथियों का स्वागत किया और कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहन प्रस्तुति दी।

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