UKSSSC Paper Leak: जांच की जद में आए कर्मचारियों पर आयोग की कार्यवाही, छीने काम; दर्जनभर से ज्यादा कर्मी इधर से उधर
UKSSSC Paper Leak देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने लंबे समय से एक ही अनुभाग में डटे कार्मिकों का अनुभाग बदला है। साथ ही पेपर लीक प्रकरण में विजिलेंस जांच की जद में आए कार्मिकों से काम छीने गए।
UKSSSC Paper Leak के बाद आयोग ने उठाया कदम
बता दें कि, भर्ती पेपर लीक प्रकरण के चलते आयोग (UKSSSC) चौतरफा फजीहत झेल रहा है। बेरोजगार युवाओं से लेकर प्रदेश सरकार आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। छवि को बेहतर करने और आम लोग के बीच विश्वास पैदा करने के लिए आयोग ने यह कदम उठाया है। आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत के अनुसार, परीक्षा संबंधित कार्यों में उठ रहे सवालों और कुछ कर्मचारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच को देखते हुए कार्यवाही की गई है।
विजिलेंस जांच की जद में आए आयोग के यह कर्मचारी
पेपर लीक प्रकरण में सरकार ने आयोग के तत्कालीन सचिव संतोष बडोनी, पूर्व परीक्षा नियंत्रक एनएस डांगी, अनुभाग अधिकारी कैलाश चंद्र नैनवाल, समीक्षा अधिकारी दीपा जोशी और बीएल बहुगुणा के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू की है। बता दें कि, पेपर लीक प्रकरण सामने आने के बाद पूर्व में अध्यक्ष रहे एस राजू ने त्यागपत्र दे दिया था, जबकि सचिव संतोष बडोनी को हटाकर सरकार ने उनके मूल विभाग में भेज दिया था। इसके बाद उन्हें संस्पेंड कर दिया गया था। अब संतोष बडोनी और सेवानिवृत्त हो चुके परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी पर इसी प्रकरण में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया है।
पेपर लीक प्रकरण में जांच की जद में आए अधिकारियों को हटाया
विजिलेंस जांच के दायरे में आए आयोग के कार्मिकों समीक्षा अधिकारी दीपा जोशी व बीएल बहुगुणा से सभी कार्य छीन लिए गए हैं। जबकि अनुभाग अधिकारी कैलाश चंद नैनवाल से मूल कार्य छीनकर उन्हें केवल सूचना अधिकारी का काम दिया गया है। इसके अलावा प्रवीण राणा को सहायक समीक्षा अधिकारी के पद से हटाकर अधियाचन अनुभाग में भेज दिया गया है। आयोग के अनुभाग अधिकारी लेखा गोपन में तैनात कैलाश चंद्र नैनवाल से कार्य छीनकर भरत सिंह चौहान को प्रभारी अनुभाग अधिकारी लेखा अनुभाग बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व में संचालित आयोग का अति गोपन अनुभाग अब गोपन अनुभाग नाम से जाना जाएगा।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि, पेपर लीक व नकल मामले में विजिलेंस की सूची में 02 अधिकारियों व 03 कर्मचारियों के नाम शामिल हैं। तीन कर्मचारियों में से दो को कार्य मुक्त कर दिया गया है। वह आयोग में कोई भी कार्य नहीं करेंगे। जबकि एक कार्मिक को आंशिक कार्य दिया गया है।
इन कर्मचारियों के अनुभागों में किया फेरबदल
- समीक्षा अधिकारी प्रभारी अनुसचिव राजन नैथानी को विभागीय नियमावली आदि के कार्यों से हटाकर जांच से संबंधित काम दिए गए हैं।
- समीक्षा अधिकारी संतोष कुमार निराला को परीक्षा के गोपन कार्य से हटाया।
- समीक्षा अधिकारी सुभाष घिल्डियाल को अधियाचन से हटाकर परीक्षा अनुभाग भेजा गया।
- समीक्षा अधिकारी प्रमीत अधिकारी को अति गोपन से हटाकर गोपन अनुभाग भेजा गया।
- समीक्षा अधिकारी सतीश चंद्र उप्रेती को विधि की जिम्मेदारी दी गई।
- समीक्षा अधिकारी बबीता को परीक्षा अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।
- समीक्षा अधिकारी बीएल बहुगुणा को अधियाचन अनुभाग से हटाकर बाध्य प्रतीक्षा में डाला गया।
- सहायक समीक्षा अधिकारी प्रवीण राणा को लोक सूचना अधिकारी से हटाकर अधियाचन अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।
- सहायक समीक्षा अधिकारी सपना को परीक्षा अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।
- सहायक समीक्षा अधिकारी अरविंद सिंह को गोपन अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।
- सहायक समीक्षा अधिकारी अनिल कुमार को विधि अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।
- सहायक समीक्षा अधिकारी विनीत रावत को गोपन की जिम्मेदारी दी गई।
- सहायक समीक्षा अधिकारी पंकज सुंद्रियाल को लेखा अनुभाग की जिम्मेदारी दी गई।