उत्तराखंड

UKSSSC भर्ती में 5 दिन पहले सभी सैट हुए लीक, 50 नकलची हुए चयनित; 83 लाख रुपए बरामद, कई अवैध धनराशि और संपति की मिली जानकारी

देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा धांधली जांच को लेकर पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने जानकारी दी। STF की जांच में पता चला कि, 4 से 5 दिन पहले तीनों पालियों के सैट लीक हुए। इसके बाद जमकर इन पेपरों की बंदरबांट हुई। अब तक 50 अभ्यर्थी पेपर लीक से चयनित मिले, कई संदिग्ध की जांच जारी है। 83 लाख रुपए नगद और कई अवैध धनराशि और संपति की जानकारी मिली है। वहीं त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही के लिए एसटीएफ टीम स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित होगी।

UKSSSC भर्ती परीक्षा में मिली थी शिकायत

डीजीपी ने बताया कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा 4 एवं 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी। उक्त परीक्षा संपन्न होने के पश्चात परिणाम जारी हुआ। बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों द्वारा मुख्यमंत्री से मिलकर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच हेतु ज्ञापन दिया गया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी मुख्यमंत्री को उक्त प्रकरण में अनियमितताओं की शिकायत प्राप्त हुयी थी।

UKSSSC परीक्षा को लेकर STF को सौंपी गई थी जांच

विदित है कि राज्य सरकार का विजन भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड है एवं मुख्यमन्त्री द्वारा पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड को उक्त प्रकरण में तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिये गये। जिस पर दिनांक 22.07.2022 को मु0अ0सं0 289/22 धारा 420 भादवि में दर्ज किया गया एवं विवेचना में धारा 467, 468, 471, 34 भादवि की बढोतरी की गयी। अभियोग की विवेचना पुलिस महानिदेशक द्वारा प्राथमिकता के आधार पर एस0टी0एफ0 को स्थानान्तरित की गयी।

डेढ़ लाख से ज्यादा ने दिया एग्जाम, 916 हुए थे चयनित

अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने बताया उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा स्नातक स्तरीय परीक्षा दिनांक 4 दिसंबर एवं दिनांक 5 दिसंबर 2021 को तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 1,60,000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे।

जांच के बाद 15 अभियुक्तों की हो चुकी गिरफ्तारी

विवेचना के दौरान संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से पूछताछ की गयी। संदिग्ध/चयनित अभ्यर्थियों से की गयी पूछताछ एवं भौतिक व इलैक्ट्रोनिक साक्ष्यों के आधार पर अब तक कुल 15 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।

परीक्षा से 4-5 दिन पहले तीनों पालियों के सैट हुए लीक

अभियुक्त अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिन्टिंग प्रेस) के द्वारा प्रिन्टिंग प्रेस से पेपर चुराया गया था और परीक्षा से 4-5 दिन पहले दिनांक 29.11.2021 को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सैट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे। जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व संविदा कर्मचारी UKSSSC) एवं दीपक चौहान को दिया।

चैन दर चैन एग्जाम से पहले कइयों को बांटे गए पेपर

मनोज जोशी पीआरडी ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु काण्डपाल को दिया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक व गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट एवं काशीपुर में एक वैंकट हॉल व घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर एवं शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया। हिमांशु काण्डपाल ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी महेन्द्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चौहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चौहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया।

50 अभ्यर्थी पेपर लीक से हुए चयनित, कई संदिग्ध की जांच जारी

अब तक की विवेचना में सभी अभियुक्तगणों की उक्त अपराध में संलिप्तता पायी गयी है और उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गये है। अब तक की विवेचना में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जो पेपर लीक के माध्यम से चयनित हुये है और कई अन्य अभ्यर्थी भी संदिग्ध पाये गये है, जिनका सत्यापन व विवेचना प्रचलित है। उक्त प्रकरण में निष्पक्ष रूप से विवेचना जारी है एवं साक्ष्य संकलन की कार्यवही की जा रही है।

83 लाख रुपए नगद बरामद, कई अवैध धनराशि का मिला लेन देन

उक्त विवेचना में अब तक 83 लाख रू0 नगद बरामद हुये है। साथ ही अन्य अभियुक्तगणों द्वारा प्रयोग किये गये संदिग्ध बैंक खातों को फ्रिज किया गया है और मोबाईल, लैपटॉप आदि सीज किये गये है, जिनका परीक्षण कराया जा रहा है। अभियुक्तगणों के खाते जिसमें अवैध धनराशि का लेन देन हुआ है। साथ करीब 40-50 लाख की सम्पत्ति का भी पता चला है।

त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही के लिए सम्मानित होगी एसटीएफ टीम

उपरोक्त प्रकरण में त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने एस0टी0एफ0 की टीम को स्वतन्त्रता दिवस पर मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड के विशिष्ट कार्य के लिये पदक की संस्तुति की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-

1. शूरवीर सिंह चौहान

2. कुलवीर सिंह (स्वामी डेल्टा कोचिंग सेन्टर करनपुर देहरादून)

3. मनोज जोशी पीआरडी (पीआरडी पूर्व कर्मचारी UKSSSC रायपुर देहरादून)

4. गौरव नेगी

5. जयजीत दास (प्रोग्रामर, प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)

6. मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक (कनिष्ठ सहायक सितारगंज न्यायालय ऊधमसिंहनगर)

7. अभिषेक वर्मा (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)

8. दीपक चैहान (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे0न0ब0 सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)

9. भावेश जगूडी (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे0न0ब0 सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)

10. दीपक शर्मा

11. अमरीष कुमार (उत्तराखण्ड पुलिस आरक्षी ऊधमसिंहनगर में नियुक्त)

12. महेन्द्र चौहान (कनिष्ठ सहायक नैनीताल न्यायालय में)

13. हिमांशु काण्डपाल (कनिष्ठ सहायक रामनगर न्यायालय में)

14. तुशार चौहान

15. गौरव चौहान (अपर निजी सचिव, सचिवालय उत्तराखण्ड)

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