उत्तराखंड

उत्तराखंड: सीवर लाइन निर्माण में मनमानी, शहरी विकास मंत्री ने कहा, जल्द होगा समाधान


उत्तराखंड: सीवर लाइन निर्माण में मनमानी, शहरी विकास मंत्री ने कहा, जल्द होगा समाधान
  • सीवर लाइन का काम लोगों के लिए दिक्कतें खड़ी करने लगा है।

  • शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा, जल्द होगा समाधान ।





                           
                       

देहरादून: धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड-85 मोथरोवाला में निर्माण कार्य का शुभारंभ विधायक विनोद चमोली ने किया था। लोगों को उम्मीद थी कि सीवर लाइन का काम तेजी से आगे बढ़ेगा। निर्माण एजेंसी ने काम तो शुरू किया, लेकिन अब सीवर लाइन का काम लोगों के लिए दिक्कतें खड़ी करने लगा है। इसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इस सबंध में शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि उनके संज्ञान में अन्य जगहों के भी मामले आए हैं। जल्द इसका समाधान निकाला जाएगा। पहाड़ समाचार से बात करते हुई शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि समस्या का जल्द समाधान कर लिया जाएगा। इस संबंध में निर्माण एजेंसी से बात की जाएगी। साथ ही संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया जाएगा।

निर्माण एजेंसी ने मोथरोवाला के महालक्ष्मीपुरम में काम लेन नंबर तीन से शुरू किया था। उस लाइन में कुछ हिस्से तक लाइन बिछा दी गई। लेकिन, बाकी बच्चे हिस्से में इंटरलॉकिंग टाइलों को उखाड़कर ऐसे ही छोड़ दिया गया। जिन जगहों पर पाइप डाले भी गई। उन जगहों पर इन दिनों भारी बारिश के चलते कीचड़ हो रहा है।

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आलम यह है कि लोगों के वाहन तक धरों से नहीं निकल पा रहे हैं। कूड़ा वाहन भी पिछले कई दिनों से पूरी कॉलोनी में नहीं पहुंच पा रहा है, जिसके चलते लोगों को कूड़े के ढेर लग रहे हैं। इस कॉलाने के लेन नंबर 4 और 4-बी में भी निर्माण एजेंसी ने इंटरलॉकिंग टाइलों को  उखाड़ दिया, जिससे लोगों को भारी दिक्कों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के दबाव के बाद निर्माण एजेंसी की ओर से पाइप मंगवा लिए गए थे। लेकिन, लाइन बिछाने के लिए खुदाई करने के बजाय उन पाइपों को अब हटा दिया गया है।

सवाल यह है कि जब निर्माण एजेंसी को काम ही नहीं करना था या फिर दूसरे वार्ड में करना था, तो फिर सड़कों क्यों खोदा गया। निर्माण एजेंसी की कार्यप्रणाली से रहवासियों में आक्रोष है। लोगों का कहना है कि इस तरह काम का तरीका ठीक नहीं है। अगर काम होना है तो पहले उस साइट को पूरा किया जाना चाहिए, जहां सड़क को उखाड़ दिया गया है। अगर जल्द काम नहीं हुआ तो निर्माण एजेंसी का विरोध किया जाएगा।

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