उत्तराखंड

उत्तराखंड: बैकडोरी भर्ती मामले में नया मोड़, अब ये कदम उठाने वाली हैं विधानसभा अध्यक्ष!

देहरादून: विधनसभा बैकडोरी भर्ती मामले में हाईकोर्ट से झटका लगने के बाद से ही लगातार सरकार और विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल खड़े होते आए हैं। उन सवालों का जवाबा उनसे लगातार मांगा जा रहा था। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी बार-बार यही कहती रहीं कि कानूनी सलाह लेने के बाद अगले कदम उठाया जाएगा।

उन्होंने अब अपने मन बना लिया है और मामले में हाईकोर्ट की डबल बैंच में जाने का फैसला लिया है। विधानसभा के स्तर से इस स्टे के खिलाफ ही डबल बैंच में अपील की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि इस प्रकरण में कानूनी राय लेने का काम पूरा हो गया है। अब इसी आधार पर मजबूती से आगे कदम उठाते हुए डबल बैंच में अपील की जा रही है।

विधानसभा अध्यक्ष की मानें तो नौकरी से हटाए गए किसी भी कर्मी को विधानसभा में ज्चाइनिंग नहीं दी गई है। कर्मचारी हाईकोर्ट के आदेश के आधार पर पत्र लेकर आए थे, इसके जवाब में विधानसभा ने भी उन्हें पत्र लेकर सूचित किया है कि इस प्रकरण में विधिक राय ली जा रही है। तब तक उन्हें ज्वाइनिंग नहीं दी जाएगी। अब कानूनी राय लेने के बाद, डबल बैंच में अपील का निर्णय लिया गया है।

उत्तराखंड: गजब! एक साल तक लटका रहा इंटरव्यू, अब नए सिरे से होगी भर्ती

ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि लोग कुछ भी कहने को स्वतंत्र हैं, लेकिन वो ना किसी के दबाव में आएंगी ना ही किसी को देखेंगी। उन्होंने कहा कि बिना कानून को पढ़े और जाने आगे बढ़ने में वे विश्वास नहीं रखती हैं। इसलिए कानून को पूरी तरह समझने के बाद ही उन्होंने आगे बढ़ने का निर्णय लिया है।

बैकडोर भर्ती को लेकर उठे विवाद के बीच विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने 23 सितंबर को 2016 के बाद बैकडोर से हुई कुल 250 नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। लेकिन बाद में उक्त कर्मचारी इसके खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे, जहां से उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के फैसले पर स्थगन आदेश मिल गया था।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा-इस मामले में कानूनी राय प्राप्त हो गई है। सिंगल बैंच का स्टे खारिज करने के लिए हम डबल बैंच में जा रहे हैं। मैंने पहले दिन प्रदेश के युवाओं से जो वायदा किया था, उसके अनुसार इस प्रकरण में न्याय होगा।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!