उत्तराखंड

5G का इंतजार खत्म, मोदी सरकार से स्पेक्ट्रम को मिली मंजूरी, 4G से 10 गुना तेज मिलेगी स्पीड

  • दूरसंचार विभाग (DoT) ने 5जी के रोल-आउट की सुविधा के लिए आवेदन आमंत्रित करने का नोटिस (NIA) जारी किया

नई दिल्ली: भारत व्यापक 4जी सेवाओं को शुरू करने में बड़ी सफलता के साथ अब देश में 5जी दूरसंचार सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार है। लम्बे समय से टेलीकाॅम कंपनियां 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी का इंतजार कर रही थी। केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी पर मोहर लगा दी है।

5G आने से यूजर्स को 4G के मुकाबले 10 गुना तेज सर्विसेज मिलेंगी। जहां 4G यूजर्स को 150mbps की स्पीड ऑफर करता है। वहीं, 5G नेटवर्क इंटरनेट यूजर्स को 10Gbps तक की डाउनलोड स्पीड ऑफर करेगा। अगर अपलोड स्पीड की बात करें तो 5G नेटवर्क 1Gbps तक की अपलोड स्पीड्स उपलब्ध करा सकता है। जबकि, 4G में 50Mbps तक की अपलोड स्पीड मिल रही है। इस टेक्नालॉजी से लोगों का काफी समय बचेगा। हालांकि, यह 4G प्लान्स के मुकाबले थोड़ा महंगे हो सकते हैं।

5G नेटवर्क उन्हीं रेडियो फ्रीक्वेंसी पर चलेगा, जिनका इस्तेमाल अभी आपके मोबाइल डेटा, Wi-Fi और सैटेलाइट कम्युनिकेशंस में किया जाता है। इस सर्विस के लिए टेलिकॉम कंपनियों को अपने टावर नहीं चेंज करने होंगे। बता दें, 5G की वजह से दुनिया भर में 2.28 करोड़ नई नौकरियों आई हैं। बताया जा रहा है देश में 5 जी की सेवा सबसे पहले चंड़ीगढ़, दिल्ली, लखनऊ, गुरूग्राम, अहमदाबाद, जामनगर, गांधीनगर, मुंबई, पूणे, बेगलूरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता में शुरू होगी। आपको बता दें कि भारत से पहले 5G नेटवर्क को अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, दक्षिण कोरिया सहित कुछ बाजारों में लॉन्च किया जा चुका है। माना जा रहा है कि, कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पैक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर सकते हैं। यानी भारत में सितंबर-अक्टूबर तक 5जी सेवा मिल सकती है।

संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, 5जी के रोल-आउट की सुविधा के लिए और मौजूदा दूरसंचार सेवाओं का विस्तार करने के लिए, दूरसंचार विभाग ने स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू की है और आज 15 जून 2022 को इसके लिए नोटिस आमंत्रण आवेदन (एनआईए) जारी किया गया है।

स्पेक्ट्रम नीलामी की मुख्य विशेषताएं :

• नीलामी किए जा रहे स्पेक्ट्रम: 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम इस नीलामी का हिस्सा हैं।

• प्रौद्योगिकी: इस नीलामी के माध्यम से आवंटित स्पेक्ट्रम का उपयोग एक्सेस सर्विस लाइसेंस के दायरे में 5जी (आईएमटी–2020) या किसी अन्य तकनीक के लिए किया जा सकता है।

• नीलामी की प्रक्रिया: यह नीलामी एक साथ कई दौर की आरोही (साईंमल्टेनियस मल्टीपल राउंड असेंडिंग- एसएमआरए) ई-नीलामी होगी।

• मात्रा (क्वांटम): कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई है।

• स्पेक्ट्रम की अवधि : इसके स्पेक्ट्रम को बीस (20) वर्षों की अवधि के लिए सौंपा जाएगा।

• भुगतान: सफल बोलीदाताओं को 7.2% की ब्याज दर पर सकल वर्तमान मूल्य (नेट प्रेजेंट वैल्यू – एनपीवी) की विधिवत रक्षा करते हुए 20 समान वार्षिक किश्‍तों में भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी।

• स्पेक्ट्रम का समर्पण (सरेंडर) : इस नीलामी के माध्यम से प्राप्त स्पेक्ट्रम को कम से कम दस साल की अवधि के बाद ही सरेंडर किया जा सकता है।

• स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क: इस नीलामी में प्राप्त स्पेक्ट्रम के लिए कोई स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) नहीं होगा।

• बैंक गारंटी: एक सफल बोलीदाता के लिए वित्तीय बैंक गारंटी (एफबीजी) और कार्य निष्पादन बैंक गारंटी (पीबीजी) जमा करने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है।

• कैप्टिव गैर-सार्वजनिक नेटवर्क: लाइसेंसधारी इस नीलामी के माध्यम से प्राप्त स्पेक्ट्रम का उपयोग करके उद्योगों के लिए पृथक कैप्टिव गैर-सार्वजनिक नेटवर्क स्थापित कर सकते हैं।

अन्य बातों के साथ-साथ, आरक्षित मूल्य, पूर्व-योग्यता शर्तों, बयाना राशि जमा (ईएमडी), नीलामी नियम आदि सहित स्पेक्ट्रम नीलामी का और विवरण और उपरोक्त पर अन्य नियम और शर्तें एनआईए में निर्दिष्ट हैं। जिन्हें डीओटी वेबसाइट पर देखा जा सकता है।

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