उत्तराखंड

उत्तराखंड: स्कूल की छत ढहने से 6 बच्चे दबे, एक की मौत; सीएम ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, 02 लाख की सहायता राशि

चंपावत: उत्तराखंड में चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक के मोन कांडा ग्राम में राजकीय प्राथमिक विद्यालय के जर्जर हो चुके शौचालय की छत ढहने से एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई है। इस हादसे में 5 अन्य छात्र भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। गंभीर घायलों को उपचार के लिए लोहाघाट चिकित्सालय भेज दिया गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि, आज इंटरवेल के समय कुछ बच्चे विद्यालय के जर्जर हो चुके शौचालय के पास खेल रहे थे, तभी खेल – खेल में जर्जर शौचालय की छत ढह कर बच्चों के ऊपर गिर गई। शौचालय की छत के नीचे 6 बच्चे दब गए। हादसे की खबर सुनते ही गांव में मातम पसर गया। बच्चों के परिजन दौड़े-दौड़े स्कूल पहुंचे। स्कूल में हुए इस हादसे से अन्य बच्चे भी सहम गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद छत के नीचे से घायल बच्चों को निकाला, जिनमें से कक्षा तीसरी में पढ़ने वाले छात्र चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

इस घटना में 5 अन्य छात्र घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए लोहाघाट चिकित्सालय भेज दिया गया है। छत गिरने की घटना में छात्र की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं पुलिस व फायर ब्रिगेड व शिक्षा अधिकारी अधिकारी की टीमों को लेकर मौके पर पहुंचे।

इस घटना से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि, लंबे समय से यह शौचालय क्षतिग्रस्त स्थिति में था, सिर्फ एक दीवार के सहारे शौचालय की छत टिकी हुई थी। कई बार विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसको गिरा देने की मांग की गई थी, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया जिसके चलते आज यह घटना हुई है और एक परिवार ने अपने बेटे को खो दिया।

ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। विद्यालय भवन की स्थिति भी काफी जर्जर है, जिसमें कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि, ग्रामीण विद्यालय भवन को सुधारने की मांग कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शासन से कर चुके हैं लेकिन, सुनने वाला कोई नहीं है। इस घटना से ग्रामीण में काफी आक्रोश है।

ग्रामीणों ने विद्यालय के जर्जर भवन को सुधारने की मांग, दुर्घटना में मृतक व घायल छात्र के परिजनों को मुआवजा देने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की। दुर्घटना में मृतक छात्र का भाई भी घायल हुआ है। ज्ञात हो कि, इस विद्यालय में कुल 14 छात्र अध्ययनरत हैं, जिनमें से आज 8 छात्र विद्यालय आए हुए थे।

वहीं जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी ने विद्यालय पहुंचकर छात्र के परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही कहा कि, मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में जर्जर विद्यालय भवनों को तोड़ने के आदेश भी दिए जाएंगे ताकि, भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो सके। वहीं मृतक छात्र का पंचनामा भर पोस्टमार्टम की कार्रवाई करी जा रही है।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत के मौनकाण्डे स्थित प्राइमरी स्कूल में छत गिरने से हुई छात्र की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हुए। साथ ही मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 02 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल भवनों का निरीक्षण कर जरूरत अनुसार मरम्मत के निर्देश देते हुए कहा कि, यह सुनिश्चित किया जाए कि कक्षाएं पूरी तरह से सुरक्षित भवनों में ही संचालित हो।

मुख्य शिक्षा अधिकारी, चम्पावत जितेन्द्र सक्सेना ने बताया कि, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकाण्डे में
14 सितम्बर, 2022 को एक दुःखद घटना में विद्यालय में कक्षा 03 में अध्ययनरत् छात्र चन्दन सिंह पुत्र गोधन सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। दुःख की इस घड़ी में विद्यालयी शिक्षा विभाग शोक संतप्त परिवार के साथ है। विद्यालय में एक अन्य शौचालय भी बना हुआ था, जो कि छात्रों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा था। जिस शौचालय की छत गिरने से दुर्घटना हुयी, यह निष्प्रोज्य (प्रयोग में नहीं) था। मध्यावकाश में खेल-खेल में विद्यार्थी उस निष्प्रयोज्य शौचालय की छत पर चढ़ गये, जिससे कि, भार अधिक होने के कारण दुघर्टना घटित हुयी। दुर्घटना में घायल छात्र-छात्राओं का ईलाज तत्काल चिकित्सकों के द्वारा किया गया व अन्य सभी घायल छात्र छात्राएं खतरे से बाहर है।

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